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धर्मानुरागी विनोदभाई - चम्पाबेन के पुत्र प्रमोद भाई ने उनके जीवन का अनुसरण करते हुए धार्मिक दान प्रवर्ती नियमित रूप से जारी रखी है, विशेषकर हस्तिनापुर और आत्म वल्लभ जैन स्मारक (दिल्ली) में ।
प्रमोदभाई और उनका परिवार समय-समय पर गुरुभक्ति दर्शाते रहे है ।उनकी इस भक्ति को स्वीकारते हुए राष्ट्र्संत श्री पद्मसागरजी म. सा. और राष्ट्रसंत श्री नम्रमुनिजी म. सा. ने उनके निवास स्थान (पंजाबी बाग, दिल्ली) पर पदार्पण किए ।
गुजरात की परंपराओं को निभाते हुए, उनके निवास स्थान पर नवदुर्गा एवं श्री घंटाकर्ण महावीर जागरूक रूप से स्थापित है । उनके इस निवास स्थान पर अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने आशीर्वाद प्राप्त किए हैं ।